टमाटर का फल बढ़ाने की दवा

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{ टमाटरके फूल झड़ रहे हैं, क्या करें?-रामबाबू, करौलीटमाटरके पौधों के यदि फूल झड़ रहे हैं तो प्लानोफिक्स 4 एमएल दवा का 16 लीटर पानी में घोल तैयार कर पौधे फूल पर स्प्रे करें।{हमारेखेत में बथुआ बहुत अधिक मात्रा में है। क्या इसे कम लागत में खत्म किया जा सकता है?-सुशील जहाजिया, गांव भालपुर, वजीरपुर, सवाईमाधोपुरखेतमें बथुआ खरपतवार को समाप्त करने के लिए बथुआ को मैन्युअल खोदकर खेत से बाहर निकालें। यदि यह संभव नहीं है तो फसल के अनुसार चयनित खरपतवारनाशी दवा का खेत में छिड़काव करें। इसमें कम लागत आएगी।{डेयरीफार्म लगाना चाहता हूं। इस पर लोन की सुविधा क्या है।-सौरभ कुमार, तहसील खाजूवाला बीकानेरडेयरीफार्म लगाने के लिए सरकार से नाबार्ड योजना के तहत लोन की सुविधा दी जाती है। अधिक जानकारी के लिए पशुपालन विभाग, डेयरी कृषि विभाग कार्यालय से संपर्क कर जानकारी ले सकते हैं।{बागमें मौसमी के पौधे लगाए हैं, उनकी देखभाल कैसे करूं?शौकत, झुंझुंनूंमौसमीके पौधों के आसपास पानी एकत्र नहीं होने दें। पानी की उचित निकासी की व्यवस्था रखें। साथ ही आवश्यकता अनुसार नमी रखें। फरवरी-मार्च माह में पौधे की शाखाओं के फैलाव तक गुड़ाई करें। कृषि पर्यवेक्षक से समय समय पर मार्गदर्शन लेकर पौधों की देखभाल करें।{तीनबीघा में चने की फसल है। सिंचाई के बाद भी फसल सूख रही है, क्या करें?-नटराज पारगी, आनंदपुर जिला बांसवाड़ाचनेकी फसल में संभवत: उसमें जड़गलन रोग दीमक का प्रकोप हो सकता है। इसके बचाव के लिए ट्राई-कोडरमा 1 किलो दवा 15 किलो गोबर के खाद में मिलाकर एक बीघा खेत में डालें और सिंचाई करें।{चनेमें पानी कितने दिनों के अंतराल में देना चाहिए?-मनोज कुमार, बिन्जसी, सीकरचनेकी फसल में एक माह के अंतराल में पानी देना चाहिए। इसमें फूल आने से पहले दाने की अवस्था में सिंचाई करना लाभदायी होता है।{सरसोंमें पाला रोकने के उपाय बताइए।-नारायन लाल, पीपली अहीरान, राजसमंदसरसोंकी फसल में पाला पड़ने की संभावना होने पर व्यापारिक गंधक का छिड़काव करे। इससे सरसों का बचाव हो सकता है। साथ ही पारंपरिक उपायों को भी अपना लेना लाभदायी होता है।

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AgroStar Krishi Gyaan

Pune, Maharashtra

07 Jan 17, 05:30 AM

आज का सुझावAgroStar एग्री-डॉक्टर

टमाटर में फल आकार बढ़ाने हेतु

टमाटर फ़सल में,फल का ज़्यादा से ज़्यादा आकार पाने के लिए जिब्रेक्स फाईटोजाइम25मिमी/पम्प,एक सप्ताह के अंतराल में दो बार छिडकें।

टमाटर का पौधा क्यों सूखता है | टमाटर का पौधा क्यों सूखता है | टमाटर का पौधा सूख रहा है | टमाटर में फल लगने की दवा | टमाटर के पौधे में क्या डालें | टमाटर में मकड़ी की दवा | टमाटर में कीड़ा लगने की दवा | टमाटर की पत्तियों का सिकुड़ना | टमाटर में काला धब्बा रोग

किसान भाइयों यदि आप सर्दियों के सीजन में टमाटर की खेती करते हैं तो आपको भी अनेक तरह के रोगों का सामना करना पड़ता होगा. गर्मियों में की गई टमाटर की खेती में सर्दियों की अपेच्छा बहुत कम रोग लगते हैं. इसलिए अगर आप सर्दियों के मौसम में टमाटर की खेती करते हैं तो आपको इसमें लगने वाले रोगों से बचना चाहिए.

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहे हैं की टमाटर के पौधों को हरा भरा कैसे रखें तथा टमाटर के पौधे की देखभाल कैसे करें. इन सबके बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं. हम उम्मीद करते हैं की आपको यह पोस्ट अच्छी लगेगी अगर आपको यह आर्टिकल अच्छी लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करें.

टमाटर का फल बढ़ाने की दवा

सर्दियों के मौसम में टमाटर की फसल में जो रोग लगते हैं यदि उनका समय रहते प्रबंध न किया जाय तो एक झटके में पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी औए आपकी सब मेहनत और लागत डूब जाएगी. सर्दियों के मौसम में निम्न प्रकार के रोग टमाटर के पौधे को नुकसान पहुंचाते हैं- टमाटर के पत्ती का धब्बा, टमाटर में काला दाग बनना, फूलों का गिरना, टमाटर का फटना.

टमाटर के रोग एवं उपचार

टमाटर में पत्ती का धब्बा रोग

टमाटर की फसल में यह रोग तब देखने मिलता है जब वायुमंडल में नमी बढ़ जाती है यानि दिन के समय में भी ठंढ होती है. ऐसे में आप देखेंगे की टमाटर के पत्तियों पर काले-भूरे रंग के दाग दिखाई देती है, और यह रोग लगने से पौधों में प्रकाश शंश्लेषण की क्रिया रूक जाती है और पौधे सूख जाते हैं.

टमाटर में पत्ती का धब्बा रोग का उपचार

पत्ती का धब्बा रोग से टमाटर की पौधे को बचाने के लिए 12 से 15 दिनों के अन्तराल पर बायर कम्पनी के लूना फफूंद नाशक का 15ml/15 लीटर पानी में घोल बनाकर पौधों पर छिड़काव करना चाहिए.

टमाटर में काला धब्बा रोग

सर्दियों में टमाटर के पौधे(tomato plants in winter) में जब अत्यधिक ठण्ड के साथ जब बारिश हो जाती है तो टमाटर की फलों पर काले-काले दानेदार बहुत शक्त दाग बन जाते हैं जिनकी वजह से पौधे की डंठल तथा पत्तियां भी प्रभावित होती हैं. और देखते ही देखते tamatar की फसल का पूरा प्लांट ही सुख जाता है.

टमाटर में काला दाग के उपचार

टमाटर में काला दाग रोग से फसल को बचाने के लिए सर्दियों के मौसम में जब आकाश में बादल दिखाई दें तब मेरिवान या अमिस्टार या कस्टोडिया फफूंद नाशक का छिड़काव कर देना चाहिए. ताकि बारिश होने के बाद इस काला दाग से बचा जा सके.

टमाटर के फूलों का गिरना

टमाटर की खेती में पौधों से फूलों का झड़ना किसानो के लिए एक गंभीर समस्या है. फूल गिरने की वजह से उत्पादन में काफी कमी आ जाती है. टमाटर के पौधे में फूल गिरने की यह समस्या सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी के कारण, अधिक मात्रा में कृषि रसायनों का छिड़काव करने से, अत्यधिक ठंड एवं जलवायु में परिवर्तन होने से होती है.

टमाटर के फूल को झड़ने से कैसे रोकें

टमाटर की पौधे से फूलों को गिरने से रोकने के लिए अत्यधिक ठंड पड़ने पर टमाटर की खेत के कोने में आग जलाकर धुंआ कर देनी चाहिए जिससे यदि अधिक ठण्ड के कारण गिरते हैं तो रूक जायेंगे. तथा इसके अलावा अधिक रसायनों के छिड़काव से बचें तथा पौधों को संतुलित मात्रा में खाद दें और नाइट्रोजन का अधिक उपयोग न करें.

टमाटर के पौधे से फूलों को झड़ने से रोकने के लिए शाइन(Shaine) 8ml/15 लीटर पानी में घोल बनाकर तथा प्लानोफिक्स का उपयोग करना चाहिए. साथ ही समय से खेत की सिंचाई करें.

टमाटर में फलों का फटना

टमाटर में फलों के फटने की यह समस्या अधिक ठंढ के कारण ही होती है. इसके अलावा बारिश के बाद धूप निकलने पर भी टमाटर के फटने की सम्भावना बढ़ जाती है.

टमाटर में फलों को फटने से कैसे रोकें

सर्दियों के मौसम में Tamatar को फटने से रोकने के लिए टमाटर के पौधे की देखभाल करनी बहुत आवश्यक है. बोरान(Boron) 25 ग्राम/15 लीटर पानी घोल बनाकर 7 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करें.

FAQ:

ANS. 100 किलो नाइट्रोजन, 60 किलो फास्फेट, 60 किलो पोटाश, कैल्शियम नाइट्रेट.

ANS. टमाटर में फल लगने की दवा के लिए शाइन(Shaine) 10ml/15 लीटर पानी में घोल बनाकर तथा संजीवनी 1ml/15 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करना चाहिए. साथ ही समय से खेत की सिंचाई करें.

ANS. जुलाई-अगस्त के महीने से लेकर अक्टूबर-नवंबर और जनवरी से अप्रैल तक लगाए जाते हैं.

ANS. अक्सर देखा जाता है की नरसरी में या मुख्य खेत में रोपाई के बाद Tamatar ke paudhe मुरझाने या सूखने लगते हैं इस रोग से टमाटर की पौधे को बचाने के लिए पौध रोपाई से 1 सप्ताह पहले नर्सरी में पानी देना बंद कर देना चाहिए और बायर के लूना फफंद नाशक का 1ml/litar पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें.

ANS. टमाटर का पौधा 65 से 70 दिन में फल देने लगता है.

ANS. गर्मियों में 2 से 3 दिन के अन्तराल पर तथा सर्दियों में 12 से 15 दिनों के अन्तराल पर और बरसात में मौसम को देखते हुए नमी न होने पर सिंचाई करनी चाहिए.

ANS. कैल्शियम नाइट्रेट का प्रयोग करना चाहिए.

ANS. टमाटर में लाल मकड़ी की दवा के लिए ओमाईट का प्रयोग करना चाहिए.

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